आइसोलेटर को परिभाषित कीजिये और क्षैतिज ब्रेक प्रकार के आइसोलेटर का सचित्र वर्णन कीजिये?

दोस्तों आज इस आर्टिकल में आइसोलेटर और क्षैतिज ब्रेक प्रकार के आइसोलेटर का के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |

आइसोलेटर

विभिन्न प्रकार के आइसोलेटर निम्नलिखित हैं-

(a) डबल ब्रेक टाइप आइसोलेटर (Double Break Type Isolator)

(b) सिंगल ब्रेक टाइप आइसोलेटर (Single Break Type Isolator)

(c) पेन्टोग्राफ टाइप आइसोलेटर (Pantograph Type Isolator)

(d) बस साइड आइसोलेटर (Bus Side Isolator)

(e) लाइन साइड आइसोलेटर (Line Side Isolator)

(f) ट्रांसफर बस साइड आइसोलेटर (Transfer Bus Side Isolator)

(g) वर्टिकल ब्रेक टाइप आइसोलेटर (Vertical Break Type Isolator)

(h) हॉरिजॉटल ब्रेक टाइप आइसोलेटर (Horizontal Break Type Isolator)

क्षैतिज ब्रेक प्रकार के आइसोलेटर

यह डबल ब्रेक आइसोलेटर होता है। इसके प्रति पोल में तीन इन्सुलेटर लगे होते हैं, जिनमें से दो इन्सुलेटरों को दोनों सिरों पर लगाया जाता है, जबकि एक इन्सुलेटर को दोनों के मध्य में रोटेटिंग टाइप इन्सुलेटर के रूप में लगाया जाता है। मध्य स्थिति में लगे हुए इन्सुलेटर को ऊर्ध्वाधर अक्ष पर 90° पर घुमाया जा सकता है। क्षैतिज ब्रेक टाइप आइसोलेटर को नीचे दिए गए चित्र में प्रदर्शित किया गया है।

चित्र से स्पष्ट है कि स्थिर सम्पर्कों को इन्सुलेटरों के सिरों पर प्रदर्शित किया गया है। माध्य स्थिति में लगे हुए इन्सुलेटर से एक कॉन्टैक्ट रॉड जुड़ी होती है। जिस समय परिपथ को Open स्थिति में लाना होता है, तब इस घूर्णी कॉन्टैक्ट रॉड को 90° पर क्षैतिज दिशा में घुमा दिया जाता है। इस प्रकार कॉन्टैक्ट रॉड के क्षैतिज परिवर्तन के द्वारा Double Break प्रदान किया जाता है।

आज आपने क्या सीखा :-

अब आप जान गए होंगे कि आइसोलेटर और क्षैतिज ब्रेक प्रकार के आइसोलेटर का  इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|

उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो

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