बस एवं बसों के प्रकारों को समझाइए?

दोस्तों आज इस आर्टिकल में बस एवं बसों के प्रकारों के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |

बस (Bus)

कम्प्यूटर अपने विभिन्न कम्पोनेंटों के बीच विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलों को भेजता है अतः इन सिग्नलों को प्रेषित (Send) करने के लिए अलग- अलग पथों को बनाया जाता है। ये पथ ही बस के नाम से जाने जाते हैं। प्रत्येक बस में एक प्रकार का सिग्नल प्रेषित होता है। इसके द्वारा कम्प्यूटर की गति में वृद्धि होती है एवं कम्प्यूटर को सरलता से संचालित किया जा सकता है। पी.सी. मदरबोर्ड में एक्सपेंशन कार्ड और बाहरी उपकरणों के लिए अलग-अलग बसें होती हैं।

सामान्यतः सभी कम्प्यूटरों में तीन मूलभूत बसें होती हैं-

  1. एड्रेस बस (Address Bus)
  2. डाटा बस (Data Bus)
  3. कंट्रोल बस (Control Bus)

एड्रेस बस (Address Bus)

CPU यह निर्धारित करता है, कि वह कौनसे एड्रेस को पढ़ना या लिखना चाहता है और यह एड्रेस बस के द्वारा मेमोरी कंट्रोलर सर्किट में जाता है जिससे जानकारी का पता लगाया जाता है। कुछ लोकेशन RAM अस्थायी गणना के लिए होते हैं।

डाटा बस (Data Bus)

डाटा बस, कीबोर्ड, मेमोरी एवं अन्य डिवाइसों के लिए कन्ड्यूट की भांति कार्य करती है। इसके द्वारा प्रति सैकण्ड उच्च गति से सिग्नलों को गुजारा जा सकता है। इन सिग्नलों को CPU के द्वारा रीड करके निष्पादित किया जाता है ।

कंट्रोल बस (Control Bus)

मदरबोर्ड में स्थित कंट्रोल बस के द्वारा सिस्टम की एक्टिविटी को मैनेज किया जाता है। अन्य बसों की तुलना में कंट्रोल बस का कम्प्यूटर के विभिन्न भागों से कनेक्शन सरल होता है। इसमें सभी कनेक्शनों को अलग- अलग पाथ के लिए प्रयोग किया जाता है। यदि एक कनेक्शन में वोल्टेज है तो दूसरे कनेक्शन में अलग-अलग पैरामीटर उपस्थित होते हैं।

आज आपने क्या सीखा :-

अब आप जान गए होंगे कि बस एवं बसों के प्रकारों इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|

उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो

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