दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि सॉफ्टवेयर डवलपमेंट टूल्स के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
सॉफ्टवेयर डवलपमेंट टूल्स
सॉफ्टवेयर डवलपमेंट टूल का उपयोग असेम्बली लैंग्वेज की एडिटिंग (Editing), लिंकिंग (Linking), डिबगिंग (Debugging) के लिए किया जाता है। रो फ्टवेयर डवलपमेंट टूल्स निम्नलिखित हैं-
- एडिटर (Editor)
- असेम्बलर (Assembler)
- लिंकर (Linker)
- लोडर (Loader)
- हेक्स कन्वर्टर (Hex Converter)
एडिटर (Editor)
एडिटर टूल एक प्रोग्राम है जो एक फाइल बनाता है। इसमें प्रोग्राम के लिए असेम्बली लैंग्वेज होती है तथा इसी स्थान पर प्रोग्राम को टाइप किया जाता है। टाइप किया गया प्रोग्राम का टेक्स्ट RAM में ASCII कोड फॉर्मेट में होता है। इसे सोर्स फाइल के द्वारा भी प्रदर्शित किया जाता है। उदाहरण-वर्डस्टार, एम. एस. डॉस, नोटपैड ।
असेम्बलर (Assembler)
असेम्बलर टूल एक प्रोग्राम है जो असेम्बली लैंग्वेज के निमोनिक्स का मशीन कोड में अनुवाद करता है। मशीन कोड वह कोड है जिसे माइक्रोप्रोसेसर द्वारा समझा जा सकता है। असेम्बलर एक्सटेंशन, Obj और Ist के साथ दो फाइलों को बनाता है।
Obj फाइल को ऑब्जेक्ट फाइल के रूप में जाना जाता है। इसमें इन्स्ट्रक्शंस और एड्रेस के बारे में जानकारी के लिए बाइनरी कोड होते हैं।
Ist फाइल असेम्बलर सूची फाइल के लिए होती है। इसमें असेम्बली लैंग्वेज स्टेटमेंट, बाइनरी कोड और ऑफसेट शामिल होते हैं। उदाहरण – RIDE, KEIL |
लिंकर (Linker)
लिंकर टूल के द्वारा अनेक ऑब्जेक्ट फाइलों को एक बड़ी ऑब्जेक्ट फाइलों में जोड़ा जाता है। यह कोड को मॉड्यूल में विभाजित करने के लिए उपयोगी होता है। इस प्रकार यह प्रत्येक मॉड्यूल को स्वतंत्र रूप से टेस्टिंग करने के लिए आसान बनाता है। इसके बाद लिंकर के द्वारा इन्हें बड़े प्रोग्राम से जोड़ा जाता है।
लिंक फाइल में बाइनरी कोड होते हैं तथा लिंक मैप फाइल में Address होते हैं। अंतिम फाइल में एक exe एक्सटेंशन होता है।…
लोडर (Loader)
लोडर टूल एक विंडो लोडिंग सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है। इनमें विभिन्न प्रकार के अपग्रेड टूल होते हैं। इन्हें अलग-अलग प्रकार से निर्मित किया जा सकता है। यह डम्प फाइल के लिए उपयोगी सॉफ्टवेयर होता है। वास्तविकता में लोडर एक ऑपरेटिंग सिस्टम का हिस्सा होता है जो प्रोग्रामिंग की प्रारंभिक स्थिति का भाग है।
इसके द्वारा प्रोग्राम को मेमोरी में शिफ्ट किया जाता है और इसे विस्तृत किया जाता है। इसमें मेमोरी इन्स्ट्रक्शंस के आधार Contents को. फाइल में विस्तृत किया जाता है। जिस समय प्रोग्राम की लोडिंग समाप्त हो जाती है उसी समय ऑपरेटिंग सिस्टम में नियंत्रण के द्वारा प्रोग्रामिंग आउटपुट (output) प्राप्त होने लगते हैं।
प्रत्येक ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) में प्रोग्राम लोडिंग को सपोर्ट करने को लिए लोडर का प्रयोग किया जाता है। एम्बेडेड सिस्टम (Embeded system) में किसी प्रकार का लोडर नहीं होता है। इनके स्थान पर कोड सीधे ROM द्वारा परफॉर्म होता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम में सेल्फ लोडिंग के लिए बूटिंग के भाग के रूप में विशेष बूट लोडर का प्रयोग किया जाता है।
कई ऑपरेटिंग सिस्टम में लोडर स्थायी रूप से मेमोरी में रहता है, जबकि कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम वर्चुअल मेमोरी का सपोर्ट करते हैं। लोडर को मेमोरी के एक क्षेत्र में लोकेट किया जा सकता है।
वर्चुअल मेमोरी को सपोर्ट करने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम में लोडर के द्वारा फाइलों के कन्टेंट को कॉपी (Copy) नहीं किया जा सकता है, जबकि वर्चुअल मेमोरी सबसिस्टम में यह प्रदर्शित कर सकती है, कि मेमोरी के मध्य क्षेत्र में मेपिंग है, जिसमें रनिंग को शामिल किया गया है।
हेक्स कन्वर्टर (Hex Converter)
हेक्स कन्वर्टर, हेक्स सिस्टम का भाग है जिसे Hexadecimal System के द्वारा भी प्रदर्शित किया जाता है। इसके द्वारा ASCII Code को HEXCode में परिवर्तित किया जा सकता है। इसके द्वारा HEX Code को ASCII Code में भी परिवर्तित किया जा सकता है। यह बहु उपयोगी सॉफ्टवेयर है। HEX Code में output, TXT, RTF, SC, INI इत्यादि के रूप में प्राप्त होता है। इसके द्वारा Editing Tools Code को सही प्रकार से प्रदर्शित किया जाता है। इसके द्वारा निम्न परिवर्तन किये जा सकते हैं-
(i) HEX to ASCII using Notepad++
(ii) HEX to ASCII
(iii) ASCII to HEX
हेक्स कन्वर्टर के प्रकार (Types of Hex Converter)
हेक्स कन्वर्टर को विभिन्न सॉफ्टवेयर के आधार पर निम्न प्रकार से विभाजित किया जाता है-
(a) HXD Freeware Hex Editor and Disk Editor
(b) Free Hex Editor Neo
(c) Cygnus Hex Editor
(d) Frhed (Free Hex Editor)
(e) PS Pad Freeware Editor
विंडो 10 के लिए हेक्स एडिटर
हेक्स एडिटर को एक टूल के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है जिसमें किसी भी फाइल को ओपन एवं Content को डिस्प्ले किया जा सकता है। यह सामान्य फाइल के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। हेक्स फाइल को ओपन करने के लिए बाइनरी (Binary) फाइल की आवश्यकता होती है। इस विंडो की प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें गेम (Game) की फाइल को Edit करके परिवर्तित भी किया जा सकता है। यह प्रोग्रामिंग के लिए उपयोग होने वाला उपयोगी सॉफ्टवेयर है।
इसके अन्तर्गत विंडो में Hex Editor को प्री-इंस्टॉल्ड (Pre-Installed) नहीं किया जाता है। इसे टेक्स्ट (Text) फॉर्मेट या बाइनरी फॉर्मेट में स्टोर किया जा सकता है।
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि सॉफ्टवेयर डवलपमेंट टूल्स इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो