दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे सौर ऊर्जा द्वारा इमारत गरम करने हेतु सक्रिय तंत्र एवं निष्क्रिय तंत्र के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
सौर ऊर्जा द्वारा हम मकानों आदि को गरम कर सकते हैं। इसमें उपयुक्त माध्यम जल या वायु द्वारा ताप ग्रहण कर मकान को गरम कर सकते हैं।
इसकी दो विधियां हैं-
Active System
इस विधि में सौर संग्राहक एक अलग भाग होता है जो जल या air को गरम करता है। तापीय ऊर्जा को एक भण्डारण विधि द्वारा संग्रह कर लिया जाता है फिर ऊष्मा वितरण प्रणाली द्वारा कमरों में गरम हवा पहुंचाई जाती है। इस प्रकार इस तंत्र के निम्नलिखित भाग हैं-
(a) Flat Plate Collector-जो solar energy को heat energy में convert करता है जिससे water या air को गरम करते हैं।
(b)Storage Tank-इसमें solar energy को storage करते हैं जिससे जब सौर ऊर्जा direct प्राप्त न हो उस समय भण्डारण से उपयोग करते हैं।
(c) Auxiliary Energy Sources – ऊर्जा जब प्रत्यक्ष प्राप्त नहीं हो रही हो और storage में भी तापीय ऊर्जा खत्म हो गई हो उस समय सहायक ऊर्जा स्रोत से इस कमी को पूरा करते हैं।
(d) Controls-Air या water के बहाव को control करने और temperature को control करने के लिए वाल्व, थर्मोस्टेट, आदि होते हैं।
(e) Heat Distribution System – इसमें आवश्यक pump, fan, रेडिएटर आदि होते हैं।

Passive System
इस विधि में pump, fan या blowers आदि का उपयोग नहीं किया जाता है, इसमें साधारण प्राकृतिक तरीके से सौर तापीय ऊर्जा को मकान के विभिन्न कमरों में भेजा जाता है।
इसमें मकान की एक विशेष दीवार दक्षिण दिशा की तरफ बनाई जाती है जिस पर सौर सतह लगाई जाती है। यह दीवार trombe wall के नाम से जानी जाती है। इसमें पीछे कंक्रीट की एक काली दीवार होती है जो सौर ऊर्जा को अधिकतम अवशोषित करती है। दीवार में ऊपरी व नीचे भाग में दो छेद या सुराख होते हैं। दिन के समय दोनों सुराख खुले रखे जाते हैं। सौर ऊर्जा वाली सतह द्वारा इकट्ठी होती है। दीवार और सौर सतह के बीच की तापीय ऊर्जा से कमरे की ठंडी हवा जो नीचे वाले सुराख द्वारा कमरे में प्रवेश करती है, गरम होती है और ऊपरी सुराख द्वारा कमरे में जाती है और कमरे को गर्म रखती है। रात्रि के समय दोनों सुराख बंट रहते हैं जिससे कमरे की गरम हवा का ह्रास न हो।

आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि सौर ऊर्जा द्वारा इमारत गरम करने हेतु सक्रिय तंत्र एवं निष्क्रिय तंत्र इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो