दोस्तों आज इस आर्टिकल में माइक्रोकम्प्यूटर के अवयव के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
माइक्रोकम्प्यूटर के अवयव
माइक्रोकम्प्यूटर में मुख्यतः निम्न भाग होते हैं जिन्हें ब्लॉक आरेख में प्रदर्शित किया गया है-
- मेमोरी (Memory)
- इनपुट (Input)
- आउटपुट (Output)
- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU)
मेमोरी (Memory)
मेमोरी अर्द्धचालक पदार्थों की बनी होती है जो इनपुट व प्रोसेस किए गए डाटा को स्टोरेज कर आउटपुट पर उपलब्ध कराती है। इसमें अनेक रजिस्टर होते हैं जो एक व्यवस्थित क्रम में होते हैं। यह क्रम 2 की घात में व्यवस्थित होते हैं। उदाहरणार्थ- यदि हम 8-बिट के प्रोसेसर की बात करें तो 8-बिट में 1024 = 210 रजिस्टर होते हैं। यूजर द्वारा इनपुट डाटा मेमोरी में स्टोर होता है जिसे लिखना (write) कहते हैं। यह मेमोरी दो प्रकार की होती है-
(i) रीड ओनली मेमोरी (ROM)
(ii) रेन्डम एक्सेस मेमोरी (RAM)
ROM में स्टोर प्रोग्राम केवल पढ़े जा सकते हैं परन्तु RAM में इन स्टोर प्रोग्रामों को पढ़ने के साथ-साथ परिवर्तन भी कर सकते हैं।
इनपुट डिवाइस (Input Device)
इस प्रकार की डिवाइस का प्रयोग कम्प्यूटर में बाहरी स्त्रोतों से डाटा इनपुट करने के लिए किया जाता है। किसी भी कम्प्यूटर सिस्टम में डाटा को इनपुट करने हेतु की-बोर्ड, स्केनर स्विच आदि का प्रयोग करते हैं।
आउटपुट डिवाइस (Output Device)
कम्प्यूटर में इन्स्ट्रक्शंस की प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद प्राप्त आउटपुट को देखने के लिए या लिखित में प्राप्त करने के लिए आउटपुट डिवाइस का प्रयोग करते हैं। ये आउटपुट डिवाइसें मुख्यतः 7-सेगमेन्ट डिस्प्ले, मॉनीटर, LED या प्रिन्टर में से कोई भी हो सकती हैं।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit)
कम्प्यूटर में इनपुट तथा आउटपुट में मेमोरी के साथ डाटा संचार C.P.U. के माध्यम से होता है। इस C.P.U. में विभिन्न प्रकार के रजिस्टर, कंट्रोल यूनिट तथा अर्थमेटिक एवं लॉजिक संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु अर्थमेटिक एवं लॉजिक यूनिट होती हैं। चित्र में माइक्रोप्रोसेसर आधारित C.P.U. का ब्लॉक आरेख दर्शाया गया है।

CPU. के निम्न भाग होते हैं-
- अर्थमेटिक एवं लॉजिक यूनिट
- रजिस्टर
- कंट्रोल यूनिट
(i) अर्थमेटिक एवं लॉजिक यूनिट (ALU) – माइक्रोप्रोसेसर आधारित कम्प्यूटरों में ALU में विभिन्न गणितीय तथा तार्किक क्रियाएं सम्पन्न होती है। जैसे- योग, व्यवकलन, AND, OR, Ex-OR आदि। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने पर प्राप्त परिणामों को प्रोग्राम में दिए गए अनुदेशानुसार मेमोरी में स्टोर करते
(ii) रजिस्टर (Registers) – माइक्रोप्रोसेसर के इस भाग में विभिन्न रजिस्टर होते हैं जो प्रोग्राम के एग्जीक्यूशन के समय डाटा को टेम्पररी स्टोर करते हैं तथा कुछ रजिस्टर विशेष आदेशानुसार एक्सेस किए जाते हैं।
(iii) कंट्रोल यूनिट (Control Unit) – यह यूनिट समस्त क्रियाओं पर नियंत्रण रखती है तथा माइक्रोप्रोसेसर एवं मेमोरी/पेरिफेरल के मध्य कम्यूनिकेशन के समय आवश्यक नियंत्रण संकेत उपलब्ध कराकर इन यूनिटों के मध्य परस्पर डाटा फ्लो का नियंत्रण करती है।
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि माइक्रोकम्प्यूटर के अवयव इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो