दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि दीनबन्धु बायो गैस संयन्त्र के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
Types of Bio-gas Plant
बायो- गैस plant दो प्रकार के होते हैं-
(i) तैरता हुआ (फ्लोटिंग) गैस होल्डर जिसको आमतौर पर KVIC टाइप कहा जाता है। प्रगति मॉडल इसका ही उन्नत रूप है।
(ii) स्थिर गुम्बद टाइप संयंत्र (फिक्स डोम) जिसे आमतौर से जनता टाइप कहा जाता है।
स्थिर डोम युक्त बायो-गैस संयंत्र
इस प्रकार के संयंत्रों में गैस संग्राहक भी पाचित्र या डायजेस्टर की तरह सीमेंट व ईंट से बना रहता है और गुम्बद स्थिर रहता है। इसमें प्रवेश द्वार इस प्रकार बनाया जाता है कि इसमें गैस के दबाव के बराबर गोबर का घोल विस्थापित हो सके जिससे स्थिर गैस संग्राहक में गैस इकट्ठी हो सके। संयंत्र में गैस का दाब गैस की मात्रा पर निर्भर करता है। स्थिर डोम वाले संयंत्रों में निम्न दो डिजाइन मुख्य हैं-
(a) जनता बायो-गैस संयंत्र
(b) दीनबंधु बायो-गैस संयंत्र ।
जनता बायोगैस संयंत्र
यह संयंत्र 2 घनमीटर से 10 घनमीटर तक की क्षमता के लिए बनाए जाते हैं। यह संयंत्र भूमिगत (under ground) होता है तथा ईंट, सीमेन्ट, कंक्रीट आदि से बनाया जाता है। यह संयंत्र डोम ईंट का बनाया जाता है।
इसका प्रवेश द्वार (inlet), पाचित्र की ओर ढाल (slope) लिए हुआ जुड़ा होता है ताकि गोबर, पानी का घोल आसानी से पाचक कक्ष में प्रवेश कर सके। निकास द्वार दूसरी ओर बनाते हैं, इसका पाचित्र (digester) बेलनाकार आकृति का साधारण चुनाई से बनाया हुआ होता है। पाचित्र में जीवाणु क्रिया द्वारा गोबर को सड़ाकर बायोगैस उत्पादन किया जाता है, जिसे डोम में संग्रहित किया जाता है जिसे गैस पाइप की सहायता से बाहर निकाल कर उपयोग वाले स्थान पर ले जाते हैं। इसमें गैस के दबाव के बराबर गोबर का घोल विस्थापित होता है और निकास क्षेत्र में पाचित स्लरी (Digested Slurry) एकत्रित होती है जिसे बाहर निकाल कर खेतों में खाद के रूप में उपयोग करते हैं। यह संयंत्र तुल्यात्मक रूप से कम लागत का होता है परन्तु उत्पादित बायोगैस की मात्रा भी कम होती है।

दीनबंधु बायो-गैस संयंत्र
यह एक स्थिर डोम संयंत्र है, जिसकी लागत अन्य संयंत्रों की तुलना में सबसे कम है। दीनबंधु संयंत्र एक स्वयं सेवी संस्था ‘एक्शन फॉर फूड प्रॉडक्शन’ नई दिल्ली द्वारा विकसित मॉडल है।
कार्यप्रणाली
- डायजेस्टर-इसका digestor जमीन से एक निश्चित ऊंचाई पर बनाया जाता है। इसे साधारण चुनाई से बनाया जाता है।
- गैस होल्डर-यह एक अर्द्धगोलीय भाग होता है जिसमें गैस एकत्रित होती है। इसे digestor से एक निश्चित ऊंचाई पर ईंट, सीमेट आदि से बनाया जाता है। इसके ऊपर गैस निकालने के लिए एक गैस पाइप लगा होता है।
- प्रवेश द्वार-यह ऊपर से अधिक चौड़ा व नीचे से कम चौड़ा तथा किनारे से नीचे की ओर ढालू आकार का बना होता है इसमें से मिश्रण डायजेस्टर में डाला जाता है।
- निकास द्वार-इससे सड़े हुए गोबर या खाद को बाहर निकाला जाता है।
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि दीनबन्धु बायो गैस संयन्त्र इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो